जनजातीय महिला विकास

Authors

  • डाॅ. (श्रीमती) म डाॅ. (श्रीमती) अभिलाषा सैनी सहायक प्राध्यापक (अर्थषास्त्र) ठाकुर छेदीलाल शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जंाजगीर (छ.ग.) सहायक प्राध्यापक (समाजषास्त्र) शास. बिलासा कन्या (स्व.) स्नातकोत्तर महाविद्यालय बिलासपुर (छ.ग.)

Keywords:

जनजातीय कल्याण, जनजातीय महिला विकास

Abstract

जनजातीय महिला विकास के लिए तीन प्रमुख आधार है - प्रथम - आर्थिक आत्म निर्भरता, द्वितीय - घरेलू जीवन में महिलाओ को आदर, तृतीय - पुरूषो के दृष्टिकोण में सुधार।  आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर व्यक्ति शेष सभी अधिकार प्राप्त करने में सक्षम होता है, यदि जनजातीय महिला आर्थिक दृष्टिकोण से आत्मनिर्भर है तो वह राजनीतिक पारिवारिक सामाजिक, स्वतंत्रता एवं अधिकार प्राप्त कर सकती है।  सामाजिक-पारिवारिक सम्मान एवं मान्यता तथा पुरूष वर्ग के सकारात्मक दृष्टिकोण के अभाव में आर्थिक आत्मनिर्भरता भी पूर्ण नहीं हो सकती।

References

कुरूक्षेत्र - अक्टूबर 2001, अप्रैल 2002, अप्रैल 2004, दिसम्बर 2005, सितम्बर 2008,

दिसम्बर 2008, अगस्त 2009, नवम्बर 2010, सितम्बर 2011

योजना - जून 2000, अक्टूबर 2000, मार्च 2001, मार्च 2002, अक्टूबर 2002, अगस्त

, नवम्बर 2008, दिसम्बर 2008, सितम्बर 2009, अप्रैल 2011, जनवरी

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Published

2015-11-30