स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पंडित माखनलाल चतुर्वेदी: एक अनुषीलन

Authors

  • Dr Neelam सैनी

Keywords:

यातना, सिंहावलोकन, स्वतंत्रता

Abstract

इतिहास का जब हम सिंहावलोकन करते है तो हमे विदित होता है कि, हम किस तरह की यातनाओं को सहन करके आगे बढे है । पराधीनता की वह रात्रि जिसमें व्यक्ति को कोई रास्ता नही दिखाई देता था, वहा कुछ सैनिक मषाल लेकर आगे बढ़ रहे है । इन मषालों के अनेक रुप थे जिसमें व्यक्ति केा रास्ता नही दिखाई देता था, वहां कुछ सैनिक मषाल लेकर आगे बढ रहे थे । इन मषालों के अनेक रुप थे जिसमें माखनलाल चतर्वुेदी दुहरी मषाल लिये हुए सैनिक के नाते अग्रसर हुए । देष के लिये सबसे पहले विचारों की क्रांति बहुत जरुरी थी उसे माखनलाल ने अपनी कलम रुपी तलवार से प्रभा रुपी पत्रिका में खूब निखारा । इस तरह मध्यप्रदेष की स्वतंत्रता पूर्व राजनीति में आपने नेता के रुप में भाग लिया ।

References

संदर्भ सूची

वार्ता प्रसंग श्री हरिकृष्ण त्रिपाठी 171

माखनलाल चतुर्वेदी -एक अध्ययन नर्मदा प्रसाद खरे , श्री इन्द्रबहादुर खरे 150

माखनलाल चतुर्वेदी: व्यक्तित्व और कृतित्व प्रेम नारायण टंडन 72

माखनलाल चतुर्वेदी रामाधार शर्मा 27

Downloads

Published

2014-02-28