प्रधानमंत्री जन-धन योजना को समाज के गरीब वर्गो (तबकों) तक पहुचाने में बैंकों की भूमिका (इन्दौर षहर के संदर्भ में)

Authors

  • विकास सेलेकर , सोपान सेलेकर सहायक प्राध्यापक चोइथराम काॅलेज आॅफ प्रोफेषनल स्टडीज इन्दौर (म.प्र.) विद्यार्थी एम.ए.(अर्थषास्त्र) देवी अहिल्या विष्व विद्यालय इन्दौर (म.प्र.)

Keywords:

वित्तीय, सार्वजनिक।

Abstract

प्रधानमंत्री जन-धन योजना भारत की सबसे बड़ी वित्तीय समावेषन योजना हैं। इस योजना का मुख्य उद्देष्य देष के समाज के गरीब वर्गों में आर्थिक रुप से सुधार लाना हैं। आर्थिक रुप से पिछडे़ लोग बैंक खाता खुलवाने में असमर्थ रहते हैं। ऐसे गरीब परिवारों को बैंकिग सुविधाओं से जोड़ना हैं। सार्वजनिक बैंक में खाता खुलवाने के लिए कम से कम षुरुआत में 500/- से 1000/- तक जमा करवाने होते हैं। तथा प्राईवेट बैंको में खाता खुलवाने के लिए कम से कम 5,000/- से 10,000/- तक जमा करवाने होते हैं। लेकिन इतनी बड़ी राषि गरीब वर्गों के परिवारो के पास नहीं होती हैं, इसी कारण वे बैंको में खाता खुलवाने में असमर्थ हो जाते हैं। ऐसे गरीब वर्गों को षुन्य बैंलेंस पर खाता खोलने में मदद मिली तथा साथ ही उन्हें बचत करने की प्रेरणा ओर प्रोत्साहन भी मिला।

References

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m.jagran.com/haryana/jhjjar-12077865.html

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Published

2016-01-31