विदेषी आंक्राता महमूद गजनवी व भारतीय षासकांे का प्रतिरोध

Authors

  • डा.नितिन सहारि सहारिया षासकीय एम.एम.महाविद्यालय कोतमा जिला अनूपपुर (म0प्र0)

Keywords:

चंदेल, राजवंष।

Abstract

प्राचीनकाल से ही भारत विदेषी आक्रमणो का सामना दृढतापूर्वक करता आया है। युनानी, सिकन्दर, यवन, षक, हूण इत्यादि आक्रमणकारियों को भारतीय षासकों द्वारा समय-समय पर प्रतिरोध किया जाता रहा है। इसी क्रम में पूर्व मध्यकाल में अरब आक्रमण भारत में हुए। जिस समय तुर्को ने भारत में आक्रमण किया भारत विभिन्न छोटे-छोटे राजपूत राजवंषो गुर्जर-प्रतिहार, गहडवाल, चैहान, पाल, सेन, हिन्दूषाही, उत्पल, चालुक्य, चंदेल, परमार इत्यादि में विभक्त था। इन भारतीय राजवंषो ने सामान्यतः अपने राज्य की सुरक्षा व स्वतंत्रता के लिए विदेषी आक्रमणकारियों से संघर्ष किया चूंकि भारत एक सम्रद्धषाली देष था। अतः गजनवी का भारत पर आक्रमण का उद्देष्य राजनैतिक न होकर आर्थिक था। वैसे तो अधिकांष भारतीय राजवंषो ने तुर्को के आक्रमण का सामना किया। परन्तु सर्वप्रथम भारतीय सीमा पर स्थित पंजाब के हिन्दुषाही  राजवंष ने तुर्क आक्रमण को रोकने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।

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Published

2015-11-30