राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था और पर्यटन

Authors

  • डाॅ.नितिन सहारिया षासकीय एम.एम.महाविद्यालय कोतमा, जिला अनूपपुर (म.प्र.)

Keywords:

प्रत्यनशील, पंचवर्षीय।

Abstract

पर्यटन आज विश्व का एक विकसित उद्योग है। इससे वर्तमान में समाज को अनेक प्रकार के सामाजिक एवं आर्थिक लाभ प्राप्त होते हैं। अतः आज इसके विकास के लिए प्रत्येक देश की सरकारें प्रत्यनशील है तथा नवीनतम उपलब्धियों के लिए नित्य नवीन आयामों की खोज की जा रही है। यद्यपि कहा जाता है कि भारत में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पर्यटन मात्र विगत तीन शताब्दी से ही व्यापक रूप से चल रहा है। यहाॅं आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। आॅंकडों से ज्ञात होता है कि 8.4 प्रतिशत प्रतिवर्ष की दर से पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होती जा रही है। आगामी पंचवर्षीय योजना में इस बात की संभावना व्यक्त की जा रही है कि आधुनिकतम सुविधाओं एवं आकर्षण के कारण आठ प्रतिशत की वृद्धि, विश्व पर्यटन के परिपेक्ष्य में, भारतीय पर्यटन में होगी।

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Published

2014-03-31

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Articles