भारत में जनजातीय धर्म पर हिन्दू एवं ईसाई धर्म का प्रभाव
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.Abstract
जनजातीय लोगों का अपना देवकुल होता है । फिर भी वे गैर जनजातीय पडौसियों एवं ब्रिटिश शासकों से मिले हुए है । इस सब में सबसे अधिक प्रभावकारी हिन्दू एवं ईसाई धर्म रहे है । जिन्होने उनके धार्मिक विश्वासों को झकझोर डाला है । उन पर धर्म का प्रभाव सदियों से रहा है । ईसाई धर्म का संपर्क अपेक्षाकृत आधुनिक है । इसका प्रभाव जनजातियों में प्रचलित विभिन्न विश्वासों एवं धर्मिक त्यौहारों में परिलक्षित होता है । उनमें से कुछ अपने परंपरगत धर्म को भूल चुके है और नये को अपना लिया है । उनमें से कुछ से अपने पंरपरागत धर्म को सुधरे हुए रूप् में अपना लिया है ।References
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