मध्यप्रदेश में अनुसूचित जाति (दलित) एवं अनुसूचित जनजाति (आदिवासी) महिला सशक्तिकरण में सरकारी कार्यक्रमों की समीक्षा

Authors

  • Dr- Shivnarayan Badgaiyan Dr- Seema Badgaiyan Ojaswini Institute par EÛcellence Damoh Ojaswini higher sec- School Damoh

Keywords:

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Abstract

भारत के अनेक राज्यों में अनुसूचित जाति ( दलित ) एवं अनुसूचित जनजाति ( आदिवासी ) के अनेक लोग रहते है। दलित हजारों वर्षों तक अस्प’;र् समझी जाने वाली उन तमाम जातियों के लिए सामूहिक रूप से प्रयुक्त होता है जो हिंदू समाज व्;वस्था में सबसे निचले पायदान पर स्थित है। सामान्यतः “आदिवासी“ (ऐबोरिजिनल) शब्द का प्रयोग किसी भौगोलिक क्षेत्र के उन निवासियों के लिए किया जाता है जिनका उस भौगोलिक क्षेत्र से ज्ञात इतिहास में सबसे पुराना सम्बन्ध रहा हो।
इस अनुच्छेद में मध्यप्रदेश में अनुसूचित जाति (दलित) एवं अनुसूचित जनजाति (आदिवासी) महिला सशक्तिकरण में सरकारी कार्यक्रमों की समीक्षा पर प्रकाश डाला गया है। इस अनुच्छेद का मुख्य उद्देश्य अनुसूचित जाति एवं जनजाति महिला विकास में मध्यप्रदेश शासन द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का अध्ययन करना व उनकी समीक्षा करना है। इस कार्य के लिए हमने विभिन्न सरकारी विभागों में जाकर योजनाओं का अध्य;नकि;ा व ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर देखा कि आखिर इन योजनाओं से जरुरत मंद महिलाओं को कितना लाभ हुआ है।

References

https%@@hi-wikipedia-org@s@7qb

¼2½ ÞIndia at a Glance % Scheduled Castes & Scheduled Tribes PopulationÞ- Census of India

अभिगमन तिथिः 2013-07-09.

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Published

2016-04-30

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Articles