भारतीय संस्कृति के विकास में पुस्तकालयों का योगदान

Authors

  • अरूण कुमार गुप्त पुस्तकालयाध्यक्ष मां खण्डवारी पी0जी0कालेज चहनियां चन्दौली

Keywords:

Abstract

अद्भुत अदम्य मानव सभ्यता को जीवन्त बनाये रखने में आज हमारा देश अन्य देशों की अपेक्षा उच्चतम स्थान रखता है। क्योकि आज भी हम अपने वेद, पुराण, उपनिषद, ऋषि मुनियांे के मार्ग दर्शन के साथ-साथ अपनी सांस्कृतिक परम्परा एवं सामाजिकता को आत्म सात करके ही जीवन व्यतीत करते है, तथा उस जीवन मूल्य के रूप में लेते हैं।

References

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Published

2015-07-31

Issue

Section

Articles