दलित चेतना का विकास

Authors

  • श्रीमती प्रविण्यलता गायकवाड शोधार्थी (समाशास्त्र)

Keywords:

Abstract

अनुसूचित जाति नामक शब्द साइमन कमीषन (1927) द्धारा बनाया गया । औपनिवेषिक काल में अनुसूचित जातियों के लिए सामान्य “दलित वर्ग” बाह्य जातियाँ व ”अस्पृष्य“ जैसी अभिव्यक्तियाँ प्रयुक्त हुई। गाँधी जी ने इन्हें ”हरिजन” (ईष्वर की जन) की संज्ञा दी। परंतु 1935 में भारत सरकार अधिनियम के पास होने के उपरांत प्राय उन्हें ष्अनुसूचित जातियाँष् ही कहा गया हैं। दलित वर्ग इस शब्द का प्रयोग पहली बार डाँ अम्बेडकर ने किया था जो गरीब या शोषित तथा सामाजिक धार्मिक रुप से पदच्युत किए गए लोगो के लिए सामुहिक नाम दिया था।

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Published

2016-08-31

Issue

Section

Social Science & Humanities