ग्रामीण विकास के प्राथमिकता क्षेत्र में क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों की भूमिका (इलाहाबाद यू0पी0 ग्रामीण बैंक के विशेष सन्दर्भ में)

Authors

  • अतुल कुमार द्विवेदी

Keywords:

Abstract

स्वतंत्रता के पष्चात् यह अनुभव किया गया कि ग्रामीणों की सबसे प्रमुख समस्या पर्याप्त मात्रा में साख की अनुपलब्धता है। ग्रामीण साख की प्रकृति एवं समस्या के स्वरूप के अध्ययन हेतु सन् 1952 में अखिल भारतीय ग्रामीण साख सर्वेक्षण कमेटी का गठन किया गया, इस समिति के अध्यक्ष श्री गोरवाला थे। सन् 1975 में आपातकाल की घोषणा के पष्चात् क्षेत्रीय ग्रामीण बैंको की स्थापना की गयी ।इन बैंकों का मुख्य उद्देष्य ग्रामीण क्षेत्र के कमजोर वर्गांं एवं कृषि साख की सभी प्रकार की आवष्यकताओं को पूरा करना था।

References

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 ग्रामीण अर्थषास्त्र, प्रिंट वैल पब्लिसर्स, जयपुर :पी0 मिश्रा

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 वार्षिक प्रतिवेदन इलाहाबाद यू पी ग्रामीण बैंक

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Published

2016-11-30