महिला स्वरोजगार:- ‘‘नवीन आयाम एवं अवसर’’ (छŸाीसगढ़ राज्य के संदर्भ में)

Authors

  • श्रीमती पद्मा डाॅ. राजेश अग्रवाल विभागाध्यक्ष गुरूकुल महिला महाविद्यालय

Keywords:

Abstract

महिलाओ में असीम शक्ति मौजूद होती है, उनके अपार क्षमता, सृजनशीलता एवं आत्मविश्वास जैसे गुण उन्हे प्रत्येक ऐसे क्षेत्र में भी सफल बना रहे है, जिनमें अब तक वर्चस्व पुरूष वर्ग का रहा। आधुनिक परिपेक्ष्य में तकनीकी आधारित उद्यमो ने जहाॅ व्यवसाय के तरीको में परिर्वतन किया वहीं महिला स्वरोजगार के क्षेत्र में भी अपार संभावनाओं ने प्रवेश किया जैसे कृषि में उत्पाद की नवीन तकनीक जैविक कृषि, सिलाई में फैशन डिजाइनिंग पशुपालन में डेयरी उद्योग, रेशम उद्योग,म् ठनेपदमेे में व्द.सपदम ैीवचचपदहण्नवाचार के उक्त प्रयोगो द्वारा महिलायें प्राचीन उद्यम में भी परंपरागत उत्पादों को नवीनता प्रदान कर अपने उद्यम की सफलता दर्शित कर रही है। स्वयं शासन एवं कई निजी संस्थायें प्रशिक्षण, वित आदि सुविधाये भी प्रदान करते हुये अनेक योजनाओं का संचालन इस दिशा में कर रही है जो महिलाओं के लिये स्वरोजगार के नवीन आयाम एवं अवसरों की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रहा है।’’

References

डाॅ. तिवारी अंशुजा -‘‘महिला उद्यमिता’’ ओमेगा पब्लिकेशन नई दिल्ली 2008

(2) गुप्ता यू.सी.एवं गुप्ता मीनाक्षी -‘‘महिलाये एवं उद्यमिता विकास कार्यक्रम’’ अर्जुन पब्लिकेशन हाऊस दरियागंज दिल्ली 2014

(3) सुधा, जी.एस. ‘‘व्यावसायिक उद्यमिता का विकास’’ रमेश बुक डिपो जयपुर 2009

(4) माथुर डाॅ. एस. पी. ‘‘भारत में उद्यमिता विकास’’ हिमालया पब्लिशिंग हाऊस मुबंई 2010.

(5) शर्मा विनय कुमार ‘‘उद्यमीय गतिश्शीलता’’ क्लासिकल पब्लिशिंग कं. नई दिल्ली 2008

(6) गुप्ता डाॅ. यू.सी. ‘‘उद्यमिता विकास’’कैलाश पुस्तक सदन भोपाल वर्ष 2008

(7) हरकुट ओ. पी. वैष्णव जी.पी. ‘‘उद्यमिता विकास’’ हैंडबुक साईटीफिक पब्लिशर्स जोधपुर वर्ष 2006.

पत्र-पत्रिकायें एवं जर्नल्स

 आर्थिक सर्वेक्षण 2014-15

 वार्षिक प्रतिवेदन (छŸाीसगढ़ महिला कोष) 2009-10

 कुरूक्षेत्र नई दिल्ली जुलाई 2013

 कुरूक्षेत्र नई दिल्ली जून 2010

 कुरूक्षेत्र नई दिल्ली मार्च 2008

Downloads

Published

2017-04-30

Issue

Section

Articles