शिक्षा के नये आयाम

Authors

  • डाॅ. अनुजा तिवारी विभागाध्यक्ष शिक्षा संकाय नवयुग कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय, जबलपुर

Keywords:

Abstract

शिक्षा की यह प्रणाली परंपरागत शिक्षा प्रणाली की अनेक कमियों एवं बाधाओं के दूर करने तथा समाज की आवश्यकतायें एवं जन आकाक्षाओं के पूर्ण करने उद्देश्य से विकसित हुई। दूरवर्ती शिक्षा एक वैकल्पिक शिक्षा प्रणाली है जिसमें आधुनिक वैज्ञानिक युग के आधार पर परिवर्तन होता रहा। आधुनिक वैज्ञानिक युग में शिक्षा प्रदान करने एवं भवन रहित शिक्षा हेतु विभिन्न प्रकार के प्रयास किये गये शिक्षार्थियों को शिक्षा के विभिन्न साधनों एवं प्रणालियों को अपनी सुविधानुसार चुनने की स्वतंत्रता प्रदान की जा रही है। इसमें पूर्ण कालिक संस्थागत शिक्षा, अंशकालिक शिक्षा, व्यक्तिगत शिक्षा एवं सूचना संसाधनों के माध्यम से दूरस्थ शिक्षा का उपयोग सम्मलित है। इस प्रकार शिक्षा की ऐसी धारणा ‘‘सब के लिए शिक्षा’’ महत्व पूर्ण साबित हो रही है। शिक्षा के लोक व्यापीकरण के प्रयासों के परिणाम स्वरूप अब यह शाला भवन की दीवारों तक सीमित नहीं है शिक्षा की इस व्यापक अवधारणा ने अब शिक्षा पर विद्यालय एवं शिक्षक के एकाधिकार को बहुत कम कर दिया है।

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Published

2017-06-30