ब्लाॅग: व्यक्तिगत अभिव्यक्ति का नवीन माध्यम

Authors

  • डाॅ0 राज कुमार सिंह प्रवक्ता -पुस्तकालय लालता सिंह राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय अदलहाट,मीरजापुर, उ0 प्र0, भारत.

Keywords:

Abstract

‘ब्लाॅग’ वेब-लाॅग का संक्षिप्त रूप है, जो अमेरिका में 1997 के दौरान इन्टरनेट में प्रचलन में आया। प्रारम्भ में कुछ आॅनलाईन जर्नल्स के ब्लाॅग प्रकाशित किए गये थे, जिसमें इन्टरनेट के भिन्न क्षेत्रों में प्रकाशित समाचार, जानकारी इत्यादि लिंक होते थे तथा लाॅग लिखने वालों की संक्षिप्त टिप्पणियाँ भी उनमें होती थीं। इन्हें ही ब्लाॅग कहा जाने लगा। ब्लाॅग लिखने वाले, ब्लाॅगर कहलाने लगे। प्रायः एक ही विषय से सम्बन्धित आँकड़ों और सूचनाओं का यह संकलन ब्लाॅग तेजी से लोकप्रिय होता गया। ब्लाॅग लिखने वालों के लिए प्रारम्भिक दिनों में कम्प्यूटर टेकनाॅलजी के कुछ विषय उदाहरण एचटीएमएल भाषा का जानकार होना आवश्यक था। परन्तु इसमें सम्भावनाओं को देखते हुए ब्लाॅग लिखने और उसको प्रकाशित करने के लिए कुछ वेबसाइटों ने मुफ्त और अत्यन्त आसान उपकरण उपलब्ध किए जिसमें ब्लाग लिखने के लिए कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग भाषाओं का ज्ञान आवश्यक होता है। इसी कारण देखते ही देखते 1997-98 में दर्जन भर ब्लाॅग को बढ़कर दस लाख से अधिक का आॅकड़ा पार करने में महज चार साल लगे। फिर ब्लाॅग, विश्व की हर भाषा में, हर कल्पनीय विषय में लिखे जाने लगे। ब्लाॅग को विश्व के आम लोगों में भारी लोकप्रियता तब मिली जब अफगानिस्तान पर अमेरिका हमले के दौरान एक अमरीकी सैनिक ने आने नित्यप्रति दिन के युद्ध अनुभव को ब्लाॅग पर नियमित प्रकाशित किया।
एण्ड्यू सुलिवन के ब्लाॅग पृष्ठ पर आठ लाख से अधिक लोगों की उपस्थिति दर्ज की गई, जो सम्बन्धित विषयों के कई तत्कालीन प्रतिष्ठित प्रकाशनों से कहीं ज्यादा थी। एण्ड्यू अपने ब्लाॅग के मुख पृष्ठ पर लिखते भी हैं- क्रान्ति ब्लाॅग में दर्ज होगी, अब तो कुछ ऐसे ब्लाॅग भी हैं जो इतने ज्यादा लोकप्रिय हैं कि इनका इन्डिकेशन किया जाता है।

 

References

- www.bloggu.com

www.bogit.com

www.ashuniti.com

www.giocities.cum/sumankghi/index.htm

www.hintiblogs.com

hindi.blogspot.com

www.myjavaserver.com/hindi

क्या है ब्लाॅग और इसके फायदे कादम्बिनी, मई 2005. 105-109

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2014-03-31

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