‘‘वर्तमान वैश्विक परिवेश में बौद्ध धर्म की भूमिका’’

Authors

  • डॉ किरण आठिया डॉ क्रपाल र्सिंह आठिया

Keywords:

वैश्विक परिवेश बौद्ध धर्म श्रवण परंपरा।

Abstract

वर्तमान में विश्व पटल पर जो घटनायें घटित हो रही हैं । उसमें हिंसा उन्माद और उनसे उपजने वाली घृणा, अशांति और द्वेष का सर्वत्र बोलबाला है । इसके कारण ना केवल अस्थिरता बढ़ रही है बल्कि विकास की गति भी धीमी हो रही है । वर्तमान में हम वैश्विक स्तर पर भयानक क्षणों में जी रहे हैं ।जहॉं वैश्विक महामारी कोविड-19 से हम सभी जूझ रहे हैं और कोरोनाकाल की चुनौतियांे का भी डटकर सामना कर रहे हैं । ऐसे माहौल में रहकर हमें स्वयं को स्वस्थ्य और संतुलित बनाये रखना होगा । ऐसे में हम यदि प्राचीन परंपराओं धर्म, शिक्षा (देशना) और विचारों की ओर नजर डालें तो हमारे सम्मुख बौद्ध धर्म आता है यह धर्म भारत की श्रवण परंपरा से निकला ज्ञान धर्म और दर्शन है । बुद्ध का मार्ग वर्तमान में बिल्कुल सटीक है ।

References

महात्मा बुद्ध के समकालीन लोग

मीर्चा ईटुए दर्शन और धर्म का इतिहासए बुखारेस्टए कल की रोमानिया का प्रकाशन संस्थाए दो हज़ार चारए एक सौ इक्यासी का पृष्ठ। ;प्ैठछ 973.582.971.1द्ध

ण्आनन्द केंटिश कुमारस्वामीए हिंदू धर्म और बौद्ध धर्मए नई यॉर्कए गोल्डन एलिक्सिर प्रेसए दो हज़ार ग्यारहए चौहत्तर का पृष्ठ। ;प्ैठछ 978.0.9843082.3.1द्ध

ण् क्मचंतजउमदज व िब्मदेने ंदक ैजंजपेजपबेएज्ीम ब्मदेने व िच्वचनसंजपवद ंदक भ्वनेपदह व िैतप स्ंदां.2011 ।तबीपअमक 2017.10.17 ंज जीम ॅंलइंबा डंबीपदम

ण्ष्बौद्ध धर्म और श्रीलंकन संस्कृतीष्ण् मूल से 20 दिसंबर 2016 को पुरालेखितण् अभिगमन तिथि 10 दिसंबर 2016ण्

Downloads

Published

2021-01-30