विदेशों में संगीत चिकित्सा

Authors

  • स्वाती गौर

Abstract

भारत देश के अपेक्षा पश्चिमी देशों में संगीत चिकित्सा विषय पर अधिक शोध कार्य हो चुका है। कैंसर परमानेंट सेन्टर न्यूयार्क के मरीजों पर विलक्षण प्रयोग किये गये। ये प्रयोग संगीत की उपचार शक्ति से संबन्धित थे। इस चिकित्सा केन्द्र के डॉक्टर अपने मरीजों को दर्दनाक दवाईयों के स्थान पर संगीत के प्रयोग की सलाह देते है। दिल के ऑपरेशन से पहले, कैमोथेरनी के दौरान, पीठ के पुराने दर्द, रीढ़ की हड्डी चोट के मामलों में संगीत का नियमित उपयोग किया जाता है। अस्पताल के तनाव नियंत्रण केन्द्र में भी तनाव जन्य रोगी के इलाज के लिये संगीत का प्रयोग होता है।

References

विद्याशंकर, अनलेश "संगीत चिकित्सा" संगीत मासिक, अक्टूबर 1995 पृष्ठ नं. 18

प्रमुशरण मेहता, संगीत, "संगीतौशध-नादोपचार प्रकरण", संगीत कार्यलय हाथरस उ. प्र., मासिक नवम्बर 1995 अंक 11, वर्ष 61, पेज नं 3

शर्मा, पं. भगवतशरण "संगीत निर्बंध मंजरी, संगीत चिकित्सा" पृष्ठ-85

वही पृष्ठ-18

इंटरनेट वेबसाइट सर्च "म्यूजिक थैरेपी" डाट आर्ग, एवं स्वास्थ्य पत्रिका स्वास्थ्य आलोक मार्च 94 पृष्ठ नं. 71

पाठक, डाँ० सुनन्दा, हिन्दुस्तानी संगीत में राग की उत्पत्ति और विकास (राग तथा रस), राधा पब्लिकेशन दिल्ली

गोरे, डॉ. वि.वि., "संगीत, मासिक पत्रिका", फरवरी 1962, पृ. नं. 19

मधुगंधा मधुव्रत "राग रागिनी द्वारा संगीत चिकित्सा", संगीत, मासिक पत्रिका जनवरी 1972, पृ. नं. 17

मुखोपाध्याय के० एस०, स्वामी प्रज्ञानंद "हिस्टोरिकल डेवलपमेंट ऑफ इण्डियन म्यूजिक" 1960 स्वामी मुक्तानंद सरस्वती योग विद्या, बिहार योग विद्यालय मुंगेर अगस्त 1977, पृष्ठ- 202

धनश्याम (आयुर्वेद आचार्य) "भारतीय संगीत विज्ञान", प्रथम भाग

Published

2021-11-30