''सुखी परिवार की अवधारणा (समस्या और समाधान)''

Authors

  • B R Gupta MP High Court MP India

Abstract

परिवार समाज रूपी भवन का एक आधारभूत सुदृढ़ स्तंभ है। यह सामाजिक संगठन की मौलिक इकार्इ है। परिवार के अभाव में मानव समाज के संचालन की कल्पना करना भी कठिन प्रतीत होता है। प्रत्येक मनुष्य किसी न किसी परिवार का सदस्य रहा है या है। सुखी परिवार की अवधारणा स्पष्ट होनी चाहिये। परिवार अर्थात ष्थ्ंउपसलष् शब्द की उत्पत्ति लैटिन भाषा में ष्थ्ंउनसनेष् से हुआ है, जो एक ऐसे समूह के लिये प्रयुक्त हुआ है, जिसमें माता-पिता, बच्चे, नौकर और दास हो। साधारण अर्थों में विवाहित जोड़ों को ही परिवार की संज्ञा दी जाती है, किन्तु समाज शास्त्रीय दृषिट से यह परिवार शब्द का सही उपयोग नहीं है।

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Published

2014-01-31