शासन की योजनाएँ और दलित महिला

Authors

  • श्रीमती प्रविण डाॅ. श्रीमती सपना शर्मा सास्वत (समाजशास्त्र) शासकीय पी. वाय. टी. प्री. जी. स्ना. महा. दुर्ग

Keywords:

शैक्षिक, राजनीतिक, अन्तक्रियाओं, शताब्दियों, दुर्बल।

Abstract

भारत एक विशाल देश है । यहाँ हर स्तर के लोग निवास करते हैं । कुछ लोग शैक्षिक, सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक रूप से अत्यंत सबल है तो पर कुछ इन्ही क्षेत्रों से अत्यंत पिछड़े हुए है । जब हम भारतीय समाज के संदर्भ में सामाजिक संस्तरण, सामाजिक संरचना, वर्ग संरचना तथा साजाजिक अन्तक्रियाओं का अध्ययन करते हैं तो हमारे सामने एक बड़े वर्ग की तस्वीर सामने आती है जो शताब्दियों से विभिन्न सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक तथा राजनीतिक अधिकारों से वंचित रहने के कारण धीरे-धीरे इतना दुर्बल हो गया है कि उसने अपना विकास स्वयं करने की आशा नहीं की जा सकती । दुनिया का प्रत्येक समाज सदैव से अनेक उच्च और निम्न वर्गों जैसे सामन्त और गुलाम भू-स्वामी और भूमिहीन मजदूरों अथवा पूंजीपतियों और श्रमिकों आदि से विभाजित है ।

References

संदर्भ ग्रंथ सूची:

डाॅ. जगदीश कन्नौचे: भारत में सामाजिक समस्याएँ

प्रो. एम. एल. गुप्ता: समाजशास्त्र

डाॅ. के. एन. शर्मा: भारतीय समाज और संस्कृति

डाॅ. हिरेन्द्रप्रताप सिंह: भारत में समाज, संरचना एवं परिवर्तन

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Published

2015-01-31