आधुनिक मिश्रित एवं परम्परागत परिवारों की किषोर बालिकाओं के व्यक्तिगत मूल्य का अध्ययन

Authors

  • डिम्पल गोयल पी.एच.डी (षोध छात्रा) उच्च षिक्षा संस्थान सरदार षहर (चुरु)

Keywords:

संस्कारों, पौधषाला, बीजरोपित

Abstract

मानव जीवन मे परिवार का विषेष महत्व होता है। मानवीय जीव इकाई मे संस्कारों का बीजारोपण परिवार की ही देन है। हर परिवार भाषा, व्यवहार एवं संस्कारों की एक बीजरोपित पौधषाला होती है। वर्तमान परिस्थितयों , उलझनो , तनावांे, द्वन्द्वो एवं किषोर जीवन मे बढता दिग भ्रमित वातावरण जैसे तथ्यो के स्वरुप को देख कर इस सत्य की ओर संकेत मिलता है कि यदि हमने इस पौधषाला पर ध्यान नही दिया तो समाज का बहुत बडा अहित होगा।

References

आधुनिक, मिश्रित ,एवं परम्परागत परिवारों की किषोर बालिकाओं के सभी प्रकार के मूल्य औसत स्तर के पाए गए।

आधुनिक, मिश्रित ,एवं परम्परागत परिवारों की किषोर बालिकाओं के धार्मिक , सामाजिक, सुखदायी , षक्ति, परिवारिक प्रतिष्ठा व स्वास्थ्य मूल्य मे कोई अन्तर नही पाया गया लेकिन आध्ुानिक परिवार की बालिकाओं का प्रजांतात्रिक मूल्य मिश्रित ,एवं परम्परागत परिवार बालिकाओं से उच्च पाया गया व मिश्रित परिवार की बालिकाओं का आर्थिक मूल्य आधुनिक व परम्परागत परिवार की बालिकाओं से उच्च पाया गया तथा परम्परागत परिवार की किषोर बालिकाओं का सौन्दर्यात्मक व ज्ञानात्मक मूल्य आधुनिक व मिश्रित परिवार की किषोर बालिकाओं से उच्च पाया गया।

षैक्षिक निहितार्थ -

प्रस्तुत षोध के आधार पर यह स्पष्ट होता है कि मूल्यांे पर पारिवारिक स्वरुप का प्रभाव नहीं पडता है क्योंकि तीनों परिवारांे की किषोर बालिकाओं का मूल्य विभिन्न पक्षों में औसत स्तर का पाया गया। अतः मूल्यांे को अधिक प्रबलता प्रदान करने हेतु सामाजिक, परिवारिक, एवं विद्यालयी क्रियाओं को अग्रसर करने की महत्ति आवष्यकता है।

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Published

2015-05-01

Issue

Section

Articles