नृवंष-षास्त्रानुसार भारतीय जातीय परम्परा का विकास

Authors

  • डाॅ. ऋतुराज वषिष्ठ ए-28न्यू फोर्ट व्यू काॅलोनी विनय नगर सेक्टर नं. 04 के सामने ग्वालियर -12 म.प्र.

Keywords:

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Abstract

भारत की सांस्कृतिक परम्परा अति प्राचीन है भाषा के अतिरिक्त ष्षारीरिक बनावट स्वरुप एवं मुखाकृति का एक विषाल दायरा हमें देखने को मिलता है। सम्पूर्ण विष्व की मानव प्र्रजाति को सामान्य रूप से वर्गीकृत किया जाये तो मुख्य रूप से तीन प्रकार की मुखाकृतियां हमारे सम्मुख उभर कर सामने आतीं है।

References

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Published

2015-04-30

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Articles