'बि्रटिश साम्राज्यवाद, साम्प्रदायिकता और राष्ट्र : पीढि़या के सन्दर्भ में

Authors

  • संतोष कुमार भारद्वाज सहायक प्रोफेसर-हिन्दी स्वामी श्रद्धानंद महाविधालय (दिल्ली विष्वविधालय) अलीपुर, दिल्ली-36

Keywords:

राष्ट्र, समाज, शिक्षा

Abstract

भारत में राष्ट्रीय आन्दोलन 'राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया पर आधारित था, जबकि उसने स्वयं इस प्रक्रिया में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। आन्दोलन की बढ़ती हुर्इ ताकत आंशिक रूप से, इस बात पर निर्भर करती थी कि जनता में एक 'राष्ट्र का अंग होने की चेतना किस हद तक थी, क्योंकि राष्ट्र के हितों हेतु साम्राज्यवाद को उखाड़ फेंकने के लिए एक संघर्ष की आवश्यकता थी जो 1857 के संग्राम में बि्रटिश सरकार को दिखार्इ दी।

References

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Published

2014-02-28