‘‘ शुक्रनीति में नीतिविचार चर्चा ’’

Authors

  • डाॅ. राजन हाॅडा एस.एस.एम. काॅलेज दीनानगर

Abstract

नीतिशास्त्र जीवन के व्यापक स्वरूप को प्रकट करता है। इसके अन्तर्गत सामाजिक , धार्मिक, आर्थिक राजनीतिक सभी विषय आ जाते हैं। मनुष्य को अपने - पराये, सजातीय -विजातीय , मित्र -शत्रु , परिचित -अपरिचित आदि से कैसा व्यवहार करना चाहिए इसका ज्ञान नीति सम्बन्धी शिक्षा से ही प्राप्त होता है! नीति सम्बन्धी शिक्षा, वेदों, पंचतन्त्र, हितोपदेश, चाणक्य नीति, रामायण, महाभारत आदि नीति ग्रन्थों से प्राप्त होती है! व्यक्ति विश्वशान्ति, विश्व संस्कृति और विश्व बन्धुत्व की भावना का कैसे उन्नयन कर सकता है, इसका ज्ञान भी नीति - ग्रन्थों से ही मिलता है !

References

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Published

2015-12-31