सिवनी जिले के आदिवासी जनसंख्या में प्रवास: समस्या एवं समाधान

Authors

  • डाॅ. आर.के. श्री श्रीवास्तत्री वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक भूगोल विभाग डाॅ. हरिसिंह गौर केन्द्रीय विश्वविद्यालय सागर (म.प्र.)

Abstract

अध्ययन क्षेत्र सिवनी जिला एक पिछड़ा जिला है, यहां वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार चार नगरीय क्षेत्र हैं। अतः इन क्षेत्रों में ही अप्रवास अधिक हुआ है तथा अप्रवासियों का मुख्य उद्देश्य जीविकोपार्जन से ही सम्बंधित होता है। जबकि ग्राम्य स्तर पर होने वाला प्रवास अधिकांशतः महिलाओं द्वारा ही होता है। इस प्रवास का कारण वैवाहिक बंधन होता है। क्षेत्रीय स्तर पर ग्राम से नगर एवं ग्राम से ग्राम के मध्य होने वाले प्रवास का कारण व्यवसाय या रोजगार होता है तथा बहुत कम प्रतिशत में वैवाहिक बंधन के कारण भी इन क्षेत्रों में प्रवास होता है। जबकि नगर से ग्रामों के मध्य प्रवास केवल वैवाहिक बंधन के कारण ही होता है।

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Published

2016-10-01