”राजस्थान राज्य के गुर्जर विद्यार्थियों की उच्चतर माध्यमिक स्तर पर शैक्षिक स्थिति (शैक्षिक उपलब्धि अभिप्रेरणा) का विश्लेषणात्मक अध्ययन“

Authors

  • डाॅ. अनिल कुमार प्रोफेसर संगीता चैहान अध्यापक, रा.उ.प्रा.वि. चाॅंदपुर, अलवर (राज.)

Keywords:

Abstract

शिक्षा से समाज और संस्कृति को स्वरूप की प्राप्ति होती है तो शिक्षा का आश्रय लेकर राष्ट्र उत्पादनशील और आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर होता है। शिक्षा को मानव जीवन का शाश्वत मूल्य कहा जाता है। शाश्वत मूल्यों से आशय ऐसे गुणों, आदर्शों, कौशलों, विधाओं, तकनीकों से लगाया जा सकता है जिसको ग्रहण करके मनुष्य अपने जीवन को नियंत्रित, निर्देशित, परिमार्जित करके आजीवन विकास पथ का वरण करके आनन्दानुभूति करने में समर्थ होता है। होशियार विद्यार्थियों के साथ बैठना, नियमित पढ़ाई करने से, अपनी गलतियों को न दुहराने से, कार्य की योजना स्वयं बनाने से, परीक्षा में ऊॅंचा स्थान प्राप्त करने पर छात्र शिक्षा के प्रति प्रेरित होते हैं।

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Published

2017-07-31

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